भारतीय हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, कार्तिक मास हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण माह माना जाता है। यह मास हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिकी माह या कार्तिक मास के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक मास का आगमन वर्ष के होने वाले शरद ऋतु के अंत में होता है और मार्गशीर्ष मास के बाद आता है। इस मास की महिमा और महत्व का वर्णन वेद, पुराण और अन्य पुस्तकों में मिलता है।
कार्तिक मास को विशेष माना जाता है क्योंकि इस मास में कई महत्वपूर्ण और धार्मिक त्योहार मनाए जाते हैं। इस मास में कार्तिकी एकादशी के दिन व्रत रखा जाता है, जिसे तुलसी विवाह के नाम से भी जानते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की जीवित मूर्ति के साथ तुलसी की पूजा की जाती है। यह त्योहार हिन्दू धर्म के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, और इसे धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व से मनाया जाता है।
कार्तिक मास में एक और महत्वपूर्ण त्योहार है कार्तिक पूर्णिमा या दीपावली। यह त्योहार भारतीय उपमहाद्वीप के हर कोने में मनाया जाता है और इसके दौरान दीयों के आराम्भिक सेटिंग या उजाले में जले हुए दीपों की खास पूजा की जाती है। यह त्योहार हिन्दू धर्म में सबसे प्रमुख और धार्मिक त्योहार माना जाता है और इसे खुशी, उत्साह और आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है। इस दिन घरों में दीपावली की बड़ी तैयारी की जाती है, जिसमें घर को सजाने के लिए नये कपड़े, रंगोली और कंधेरों की आवश्यकता होती है।
कार्तिक मास का महत्व धार्मिक त्योहारों के साथ-साथ योग, तप, पुण्य और ध्यान के लिए भी है। इस मास में भागवत पठन किया जाता है और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। कार्तिक मास में गंगा स्नान का महत्वपूर्ण समय भी होता है, और इस पवित्र नदी में स्नान करने को धार्मिक तथा साम्प्रदायिक महत्व माना जाता है।
कार्तिक मास के महीने में हर साल कार्तिक स्नान मेला आयोजित होता है, जिसे लोग विशेष उत्साह और धार्मिक भावनाओं के साथ मनाते हैं। इस मेले में हार्दिकी पूजा का आयोजन किया जाता है, और लोग पूरे अधिकार से इसमें भाग लेते हैं।
धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से, कार्तिक मास हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण समय होता है। इस मास में धर्मिक त्योहारों का आयोजन किया जाता है, जो हमारी धार्मिक और आध्यात्मिक नियमों के पालन के लिए उपयुक्त होते हैं। इसके अलावा, इस मास में योग और ध्यान का अधिक फलदायी माना जाता है, और इस मास में अकार्तिक मास के महीने की तुलना में ध्यान और मनन का सामर्थ्य भी बढ़ता है।
सारांश के रूप में, कार्तिक मास हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण मास माना जाता है जिसमें कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं। इस मास में व्रत, पूजा और स्नान के साथ-साथ योग, तप, पुण्य और ध्यान का भूतपूर्व महत्व होता है। कार्तिक मास हमारी धार्मिक और आध्यात्मिक भावनाओं को मजबूत करने का एक अवसर प्रदान करता है और हमें धार्मिक एवं आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर रहने के लिए प्रेरित करता है।
Karthik month Start Date – 29th Oct 2023
End Date – 27th Nov 2023
FAQs:
1. कार्तिक मास का व्रत क्या है?
– कार्तिक मास में कार्तिकी एकादशी का व्रत रखा जाता है, जिसे तुलसी विवाह के नाम से भी जानते हैं।
2. कार्तिक मास में मनाई जाने वाली सबसे प्रमुख त्योहार कौन सा है?
– कार्तिक मास में मनाई जाने वाली सबसे प्रमुख त्योहार दीपावली है।
3. कार्तिक मास में क्या स्नान का महत्व है?
– कार्तिक मास में नगरी परिक्रमा के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद गंगा नदी में स्नान करने का महत्व होता है।
4. कार्तिक मास में कौन-कौन से त्योहार मनाए जाते हैं?
– कार्तिक मास में कर्तिकी एकादशी, दीपावली, हार्दिकी पूजा और कार्तिक स्नान मेला जैसे कई त्योहार मनाए जाते हैं।
5. कार्तिक मास में ध्यान और मनन का महत्व क्या है?
– कार्तिक मास में अकार्तिक मास के महीने क